महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया। ठाकरे ने कहा कि बीजेपी ने शिवसेना के साथ गठबंधन किया था क्योंकि वह हिंदुत्व के सहारे सत्ता चाहती थी। लेकिन, शिवसेना ने कभी सत्ता के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल नहीं किया। ठाकरे ने यह भी कहा कि शिवसेना ने बीजेपी को छोड़ा है हिंदुत्व को नहीं। उन्होंने कहा कि उनका अब भी मानना है कि शिवसेना ने बीजेपी के साथ रहकर 25 साल बर्बाद किए हैं।
पार्टी के संस्थापक और अपने पिता बाल ठाकरे की 96 वीं जयंती पर शिवसैनिकों को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मेरा मानना है कि बीजेपी का अवसरवादी हिंदुत्व सिर्फ सत्ता के लिए हैं। इसके साथ-साथ ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने बीजेपी के साथ सहयोगी के तौर पर 25 साल बर्बाद किए हैं। 2019 के महाराष्ट्र चुनावों के बाद शिवसेना बीजेपी से अलग हो गई और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाने के लिए एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। जिसके बाद से उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बने हुए हैं।
ठाकरे ने कहा कि हमने भाजपा को उनकी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम बनाने के लिए तहे दिल से समर्थन किया। बात यह थी कि वे राष्ट्रीय स्तर पर होंगे जबकि हम महाराष्ट्र में नेतृत्व करेंगे। ठाकरे ने 2019 के चुनावों के बाद कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करने के अपने फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि हमारे साथ विश्वासघात किया गया है और हमारे घर में हमें खत्म करने का प्रयास किया गया। इसलिए हमें पलटवार करना पड़ा।
ठाकरे ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपनी राजनीतिक सुविधा के अनुसार अपने सहयोगियों का इस्तेमाल करती है और उन्हें छोड़ देती है। शिवसेना ने सत्ता के लिए हिंदुत्व का त्याग कर दिया है, इस पर बीजेपी के व्यंग्य का जवाब देते हुए ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी ने हिंदुत्व की विचारधारा को नहीं बल्कि भाजपा को छोड़ा है।
सीएम ने कहा कि बीजेपी का मतलब हिंदुत्व नहीं है। मैं अपनी टिप्पणी पर कायम हूं कि शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन में 25 साल बर्बाद कर दिए। उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना और अकली दल जैसे पुराने घटन दल के बाहर हो जाने की वजह से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सिमट कर रह गया है।