‘डेली स्टार’ अखबार ने मोमेन के हवाले से कहा, ”हमें उम्मीद है कि यात्रा सफल होगी। यह हमारे लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करेगी।” मंत्री ने बताया कि दोनों पक्षों के ईंधन (तेल) पर भी बातचीत होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन में जल प्रबंधन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रेलवे, कानून, सूचना और प्रसारण जैसे क्षेत्रों के शामिल होने की उम्मीद है। अखबार के मुताबिक, हसीना और मोदी के बीच बातचीत के दौरान सुरक्षा सहयोग, निवेश, व्यापार संबंध, बिजली और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग, साझा नदियों के जल बंटवारे, जल संसाधन प्रबंधन, सीमा प्रबंधन, मादक पदार्थों की तस्करी और मानव तस्करी से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता मिलने की संभावना है।
मोमेन ने कहा कि यूक्रेन संकट, वैश्विक आर्थिक मंदी और कोविड-19 महामारी के मद्देनजर उनकी यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि दोनों दक्षिण एशियाई देश पड़ोसी मुल्कों से पेश आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाना चाहते हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना का तीन साल बाद यह पहला भारत दौरा होगा। वह 2019 में भारत आई थीं। अपनी यात्रा के दौरान, हसीना अपने भारतीय समकक्ष के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करेंगी।