तालिबान ने भले ही अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया हो लेकिन उसके खिलाफ महिलाओं प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। इससे घबराए तालिबान ने अब ऐसे प्रदर्शनों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।
तालिबान ने नया फरमान जारी किया है कि प्रदर्शन करने से पहले इसकी अनुमति लेनी होगी। बता दें कि महिलाएं लगातार तालिबान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रही हैं।
तालिबान ने प्रदर्शनों को रोकने के लिए कई नियम बनाए हैं। इसके तहत अब प्रदर्शन करने से पहले न्याय मंत्रालय से अनुमति लेनी होगी। स्थानीय अखबार पझवोक न्यूज के मुताबिक, मंत्रालय को प्रदर्शन का उद्देश्य, स्लोगन, स्थान, समय और अन्य जानकारियां देनी होंगी।
इसके अलावा 24 घंटे पहले सुरक्षा एजेंसियों को भी प्रदर्शन के बारे में बताना होगा। तालिबान के खिलाफ देश में लगातार बढ़ रहे विरोध प्रदर्शनों के बाद उसने ये फैसला लिया है। तालिबान के इस कदम से कई देश उसके खिलाफ नाराज हो सकते हैं।
महिलाओं पर तालिबान का जुल्म
अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने के लिए लड़ाके कुछ भी करने को तैयार हैं। यहां महिलाओं के खिलाफ तालिबान का रवैया दिन पर दिन बिगड़ता ही जा रहा है। इसी का एक उदाहरण बुधवार को उस वक्त देखने को मिला, जब देश के अलग-अलग इलाकों में महिला प्रतिनिधित्व और अधिकारों के लिए रैली निकाल रही महिलाओं पर तालिबानी लड़ाकों ने हमला कर दिया। रैली को तितर-बितर करने के लिए तालिबानियों ने हवाई फायरिंग की। इस दौरान कई महिलाओं को बुरी तरह पीटा गया। इतना नहीं, तालिबानी लड़ाकों ने रैली रुकवाने के लिए हवाई फायरिंग भी की।
वादे से मुकरा तालिबान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई प्रदर्शनकारियों ने काबुल के बगल में स्थित दश्ती-ए-बारची इलाके में रैली निकाली। इस दौरान महिलाएं देश में प्रतिनिधित्व और महिलाओं के अधिकारों की मांग कर रही थीं। वहीं, बरची से काबुल शहर की ओर मार्च कर रही अफगान लड़कियों पर भी तालिबान हथियारबंद लोगों ने हमला किया। बता दें कि अफगानिस्तान में नई गठित सरकार में महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था, जबकि देश पर कब्जे के बाद तालिबान ने वादा किया था कि सरकार में महिलाओं की हिस्सेदारी होगी।
हवाई फायरिंग
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि परवन में विरोध-प्रदर्शन को तालिबानी लड़ाकों ने हवाई फायरिंग के जरिए तितर-बितर किया। परवन के एक सूत्र ने स्थानीय न्यूज चैनल असवाका न्यूज को बताया कि तालिबान बलों ने परवन में आजादी और पाकिस्तान विरोधी नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं।