काठमांडू : प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की उपस्थिति में लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय (एलबीयू) और चीन के बीजिंग भाषा और संस्कृति विश्वविद्यालय के बीच आपसी सहयोग संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है।
जब से नेपाल ने चीन के बेल्ट एंड रोड इनिसिएटिव कार्यान्वयन समझौते पर हस्ताक्षर किया है तब से नेपाल सरकार इस पर तेजी से अमल कर रही है। बीआरआई में शामिल विषयों को नेपाल में लागू करने के लिए चीनी अधिकारियों का लगातार दौरा किया जा रहा है।
एलबीयू के कुलपति प्रोफेसर डॉ. सुवर्ण लाल ब्रजाचार्य और बीएलसीयू के अध्यक्ष दौन पेंग ने सोमवार को प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम के बीच एक समझौता ज्ञापन आदान-प्रदान किया।
समझौता ज्ञापन में कहा गया है कि दोनों विश्वविद्यालय सांस्कृतिक आदान-प्रदान, भाषा शिक्षण और अनुसंधान गतिविधियों में सहयोग करेंगे। इसी तरह, बीजिंग में एक नेपाली भाषा संस्थान और लुम्बिनी में चीनी भाषा संस्थान की स्थापना की जाएगी।
प्रधानमंत्री ओली की 2-5 दिसंबर तक चीन की आधिकारिक यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच चीनी भाषा के प्रचार प्रसार के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
आज उसी सहमति के तहत दोनों विश्वविद्यालय के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किया गया। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री और एलबीयू के चांसलर ओली ने दोनों देशों के बीच शैक्षणिक और शैक्षिक संबंधों और सहयोग के विस्तार पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि नेपाल और चीन के संबंध को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में यह एक कारगर कदम शामिल होने वाला है।