चीन में कोयले का संकट बढ़ता जा रहा है। बिजली संकट से निपटने के लिए चीन अब इंडोनेशिया की मदद ले रहा है। इंडोनेशिया ने पिछले महीने चीन को रिकॉर्ड कोयले की आपूर्ति की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडोनेशिया ने चीन को सितंबर में 21 मिलियन टन से अधिक कोकिंग, थर्मल और ब्राउन कोयले का निर्यात किया है। यह सितंबर में सिर्फ 17 मिलियन टन था। मौजूदा वक्त में इंडोनेशिया चीन के कुल आयात का करीब दो तिहाई कोयला आयात कर रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के साथ बिगड़े संबंध और कोरोना वायरस महामारी के बाद से कोयले को लेकर चीन की निर्भरता इंडोनेशिया पर बढ़ी है। लेकिन चीन उम्मीद कर रहा है कि मंगोलिया भी अधिक कोयले की आपूर्ति कर सकता है।
इंडोनेशिया के खराब क्वालिटी कोयले की कीमत भी महंगी होती जा रही है। जून के बाद से मांग में बढ़ोतरी के कारण ऐसा हो रहा है। चीन भी बिजली संकट को दूर करने के लिए लगातार इंडोनेशिया से कोयला खरीद रहा है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि इंडोनेशिया कई तरह के लो-ग्रेड कोयले का निर्यात करता है जो सस्ते में मिल जाती है लकिन ये कम प्रभावी हैं। साथ ही यह जलवायु के लिए भी ज्यादा बदतर है।
पिछले साल के अंत में चीन ने 1.5 बिलियन डॉलर का इंडोनेशियाई खनिज कंपनियों के साथ डील किया था क्योंकि बीजिंग और कैनबरा के संबंध खराब हो गए थे। ऐसे में चीन ने इंडोनेशिया को अपना दीर्घकालिक विकल्प माना है।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि इंडोनेशिया अभी चीन को अधिक निर्यात करना जारी रखेगा क्योंकि उसके एक और प्रमुख बाजार भारत से कम मांग हो रही है। हालांकि चीन को फिर भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इंडोनेशिया सर्कार ने घरेलू आपूर्ति को प्राथमिकता देने को कहा है क्योंकि हाल के दिनों में बाढ़ और महामारी की वजह से खनन गतिविधियां बाधित हुई हैं।