अमेरिका में रिपब्किलन पार्टी के नेता और प्रभावशाली सांसद टेड क्रूज ने US के किसी भी तरह के भारत पर संभावित प्रतबंध को मूर्खता बताया है। क्रूज ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन से कहा कि रूस से एस-400 मिसाइल खरीदने के लिए भारत पर अमेरिकी विरोधियों से प्रतिबंधों के माध्यम से मुकाबला करने का अधिनियम (CAATSA) के तहत कोई भी प्रतिबंध लगाना असाधारण मूर्खता होगी।
क्रूज ने कहा, “इस प्रकार की रिपोर्ट मिली हैं कि बाइडेन प्रशासन पृथ्वी पर सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के खिलाफ सीएएटीएसए प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। मुझे लगता है कि बाडइेन प्रशासन में भारत और अमेरिका के संबंध खराब हुए हैं। भारत कई क्षेत्रों में एक अहम साझेदार है और हाल के कुछ वर्षों में भारत और अमेरिका का गठबंधन और गहरा व मजबूत हुआ है, लेकिन बाइडेन प्रशासन में यह पीछे की ओर जा रहा है।”
बाइडेन प्रशासन में भारत के साथ संबंध खराब हुए’
क्रूज ने यूक्रेन में रूस के आक्रमण के निंदा प्रस्ताव पर मतदान के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की अनुपस्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश नहीं है, जिसने ऐसा किया है। क्रूज ने सीनेट की विदेश मामलों की समिति के समक्ष एक अन्य सुनवाई के दौरान कहा कि पिछले एक साल में बाइडेन प्रशासन के तहत भारत के साथ संबंध काफी खराब हुए हैं, जो संयुक्त राष्ट्र में भारत के हाल में उपस्थित नहीं रहने से जाहिर है। यह फैसला असाधारण रूप से मूर्खतापूर्ण होगा।
‘भारत की रूस को लेकर कुछ मजबूरियां’
वहीं, अमेरिका के एक पूर्व शीर्ष राजनयिक ने सांसदों से कहा कि भारत की रूस को लेकर कुछ मजबूरियां हैं और उसके पड़ोसी देश चीन के साथ क्षेत्र को लेकर मुद्दे हैं। ‘यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल’ (यूएसआईबीसी) के अध्यक्ष अतुल केशप ने कहा, ”भारत की रूस के साथ मजबूरियां हैं, उनकी अपने पड़ोस में चीन के साथ क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर मजबूरियां हैं। मुझे लगता है कि अमेरिकियों के तौर पर हमारी भारतीयों के प्रति उनके लोकतंत्र और उनकी व्यवस्था के बहुलवाद को लेकर आत्मीयता है।’