रूस और यूक्रेन के बीज जंग जारी है और फिलहाल निकट भविष्य में इसके थमने के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। जंग के बीच नाटो महासचिव मार्क रूट ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी है। रूट ने कहा कि यूक्रेन पर रूस की जीत से दुनिया के सबसे बड़े सैन्य गठबंधन की प्रतिरोधक शक्ति कमजोर हो जाएगी और इसकी विश्वसनीयता बहाल करने में खरबों डॉलर खर्च हो सकते हैं।
रूट ने कहा, ‘‘यदि यूक्रेन हार जाता है तो नाटो की प्रतिरोधक क्षमता को दोबारा बहाल करने के लिए हमें अपने खर्च और औद्योगिक उत्पादन को बढ़ाने के मामले में इस समय की तुलना में बहुत अधिक खर्च करना होगा।’’
स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच के अवसर पर रूट ने कहा, ‘‘यह अरबों (डॉलर) अतिरिक्त नहीं, खरबों (डॉलर) अतिरिक्त होगा।’’ रूट ने कहा कि यूक्रेन के पश्चिमी समर्थकों को रूस के पूर्ण आक्रमण के लगभग तीन साल बाद देश को दिए जा रहे अपने समर्थन को ‘‘बढ़ाना चाहिए और कम नहीं करना चाहिए।’’
नाटो महासचिव ने कहा, ‘‘हमें युद्ध की दिशा बदलनी होगी।’’ उन्होंने कहा कि पश्चिम (देश) ‘‘21वीं सदी में यह नहीं होने दे सकते कि एक देश दूसरे देश पर आक्रमण करे और उसे उपनिवेश बनाने की कोशिश करे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उन दिनों से आगे निकल चुके हैं।’’
बता दें कि, नाटो रूस, बेलारूस और यूक्रेन के साथ अपने पूर्वी क्षेत्र में हजारों सैनिकों और उपकरणों की तैनाती कर रहा है, ताकि मॉस्को को संगठन के किसी भी 32 सदस्य देश के क्षेत्र में उसके युद्ध का विस्तार करने से रोका जा सके। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन के लिए प्रतिकूल शर्तों पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत करके युद्ध को जल्दी समाप्त करने की कोशिश कर सकते हैं। (एपी)