पिछले साल अगस्त में तालिबान द्वारा देश पर कब्जा करने के बाद भारत की टीम पहली बार आधिकारिक यात्रा पर काबुल पहुंची है। केंद्रीय विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम अफगानिस्तान की राजधानी पहुंची है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि काबुल में, वे “तालिबान के वरिष्ठ सदस्यों” से मिलेंगे और अफगानिस्तान के लोगों को भारत की मानवीय सहायता पर चर्चा करेंगे।
मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान में मानवीय सहायता अभियान का जायजा लेने के लिए भारत से विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का दल काबुल गया है। विदेश मंत्रालय से बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान के अनुसार, ‘‘ मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पीएआई) के नेतृत्व में अधिकारियों का एक दल अफगानिस्तान गया है। ’’
इसमें कहा गया है कि यह दल मानवीय सहायता से संबद्ध विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगा और संभवत: उन स्थानों पर भी जाएगा जहां भारतीय कार्यक्रम/परियोजनाएं लागू की जा रही हैं ।
मंत्रालय ने बताया कि अफगानिस्तान के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत अब तक 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं, 13 टन दवा, कोविड रोधी टीके की 5 लाख खुराक, सर्दी में उपयोग किये जाने वाले कपड़े आदि वहां भेज चुका है। यह सामग्री काबुल में इंदिरा गांधी बाल अस्पताल, डब्ल्यूएचओ, डब्ल्यूईपी जैसी संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों को सौंपी गई है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ भारतीय दल (अफगानिस्तान में सत्तारूढ़) तालिबान के वरिष्ठ सदस्यों से मुलाकात करेगा और अफगानिस्तान के लोगों के लिये भारतीय मानवीय सहायता के बारे में चर्चा करेगा । ’’