इस्लामिक स्टेट जल्द ही वरिष्ठ अफगानी मौलवी रहीमुल्ला हक्कानी की हत्या का एक वीडियो जारी करेगा, जो पिछले महीने एक आत्मघाती विस्फोट में मारा गया था. माना जा रहा है कि इस्लामिक स्टेट इस वीडियो का इस्तेमाल अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार को कमजोर करने के लिए कर सकता है.
बता दें कि, रहीमुल्ला हक्कानी अपने उग्र भाषणों के लिए जाने जाता था. हक्कानी इससे पहले दो बार हत्या होने से बचा था. एएफपी की एक रिपोर्ट की मानें तो मौलवी के पास तालिबान नेतृत्व में कोई आधिकारिक पद नहीं था, लेकिन उसने पिछले कुछ सालों में समूह के कई सदस्यों को पढ़ाया था. हक्कानी ने हत्या से पहले सार्वजनिक रूप से लड़कियों को स्कूल जाने की अनुमति देने के पक्ष में भी बात की थी.
काबुल में मारा गया था हक्कानी
दरअसल, रहीमुल्ला हक्कानी अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अपने मदरसे में आत्मघाती हमले में मारा गया था. हक्कानी पर पहले भी हमला हो चुका था, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. वह पाकिस्तान सीमा के पास नंगरहार प्रांत के पचिर अव आगम जिले में पिछले 9 साल से रह रहा था. उसने कुछ साल पहले ही मदरसा जुबेरी की स्थापना की थी, जिसमें सैकड़ों छात्र और शिक्षक हैं.
अफगानिस्तान में हिंसा का स्तर लगातार बढ़ता नजर आ रहा है. आने वाले दिनों में भी किसी राहत के लगभग कोई संकेत नहीं हैं. पिछले साल अगस्त में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से पूरे अफगानिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है. वहीं, एक डेटा से पता चला है कि नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट और इस्लामिक स्टेट के लड़ाके ताकत में बढ़ते जा रहे हैं, जिससे हिंसा में भी बढ़ोतरी हो रही है.