,लिबान ने एक विश्वविद्यालय के लोकप्रिय प्रोफेसर और काबुल में नए शासकों सहित लगातार अफगान सरकारों के मुखर आलोचक को गिरफ्तार किया है। तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने रविवार को मामले की जानकारी दी।
जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एक ट्वीट में कहा कि प्रोफेसर फैजुल्ला जलाल को तालिबान की खुफिया शाखा ने पकड़ रखा है। तालिबान ने प्रोफेसर पर “सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया, जो लोगों को सरकार के खिलाफ भड़का रहे थे और लोगों की गरिमा के साथ खिलवाड़ कर रहे थे।”
उधर, रविवार तड़के एक ट्वीट में जलाल की बेटी हसीना जलाल ने अपने पिता की रिहाई की गुहार लगाई। उन्होंने ट्वीट किया, “मैं आप सभी से एक परेशान कर देने वाली खबर को बता रही हूं। मैं अपने पिता प्रोफेसर फैजुल्ला जलाल की तत्काल रिहाई की मांग करती हूं।”
गौरतलब है कि करीब 20 साल तक चले युद्ध के बाद 31 अगस्त को अमेरिकी सेना के वापस जाने के साथ ही तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा कर लिया। इस्लामिक उग्रवादी गुरिल्ला-शासकों ने पहले 1996-2001 तक अफगानिस्तान की सत्ता संभाली थी। तालिबान सरकार को संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि देश के 38 मिलियन लोगों में से 90% लोग मानवीय संकट का सामना कर रहे हैं। अब देश के एक लोकप्रिय व्यक्ति की गिरफ्तारी देश में हालात और तनाव पैदा करने वाले हैं।
हालांकि फैजुल्ला जलाल की गिरफ्तारी के बारे में पूछे गए सवालों पर तालिबान सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि जलाल देश की पहली महिला राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों में से एक मसूदा जलाल के पति हैं, जिन्होंने 2004 में पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई के खिलाफ चुनाव लड़ा था।