रूस अब कीव से अपनी सेना के छोटे हिस्से को हटा रहा है। इसपर पेंटागन ने कहा है कि रूस यह दिखाना चाहता है कि वह कीव को छोड़ रहा है औऱ युद्ध को खत्म करने की ओर बढ़ रहा है। हालांकि यह सच नहीं है, वह दूसरे देशों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहा है। रूस अपनी पूरी सेना कीव से नहीं हटा रहा है बल्कि एक छोटी टुकड़ी ही निकाली गई है।
पेंटागन ने कहा, वास्तव में रूस अपनी सेनाओं को वापस नहीं बुला रहा है। अभी कीव की चुनौती खत्म नहीं हुई है। बता दें कि रूस ने दावा किया था कि यूक्रेन के साथ बातचीत को देखते हुए वह हमलों को कम करेगा और अपनी सेनाओं को धीरे-धीरे कीव से हटाएगा।
पेंटागन ने कहा कि रूस के कीव पर कब्जा करने के मनसूबे सफल नहीं हो पाए। इसीलिए वह अब दूसरी रणनीति पर काम कर रहा है। ऐसे में सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि रूस कभी भी हमले तेज कर सकता है। बता दें कि इंस्तांबुल में हुई शांति वार्ता में यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कुछ देशों के समूह सुरक्षा की गारंटी देंगे, हालांकि इसमें NATO के सदस्य देश शामिल नहीं होंगे।
रूस ने वादा कियता है कि वह हमलों को कम करेगा और कीव, चर्निहाइव से धीरे-धीरे सेनाओं को वापस बुलाएगा। रूस के मुख्य वार्ताकार ने कहा कि दोनों देशों में सकारात्मक बातचीत हुई है। रूस चाहता है कि जब विदेश मंत्री स्तर की बातचीत हो तभी दोनों राष्ट्रपति भी चर्चा करें। वहीं रूस के विदेश मंत्री ने कहा है कि रूस ऐसी बातें इसलिए कर रहा है क्योंकि वह दुनिया का ध्यान भटकाना चाहता है।