करीब 13 करोड़ की आबादी वाले देश मैक्सिको में कोरोना की वजह से 2.33 लाख लोगों की मौत हुई है। यहां अब तक कुल 25.41 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। हालांकि इस दौरान 20 लाख से ज्यादा लोग ठीक भी हुए हैं।
मैक्सिको इस समय कोरोना की तीसरी लहर का सामना कर रहा है लेकिन अधिकारियों के मुताबिक वैक्सीनेशन के कारण इस बार कोरोना से कम मौतें सामने आई हैं। मैक्सिको के अंडरसेक्रेटरी ऑफ प्रिवेंशन एंड हेल्थ प्रमोशन ह्यूगो लोपेज-गैटेल ने बताया है कि मैक्सिको कोरोना की तीसरी लहर का अनुभव कर रहा है। हालांकि अस्पताल में भर्ती होने मरीजों और इससे होने वाली मौतों में कमी आई है। उन्होंने इसके लिए मैक्सिको में दिसंबर में शुरू हुई टीकाकरण को वजह बताया है। जिस कारण अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों और मौत की संख्य़ा में कमी देखी जा रही है। राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर के साथ मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि मैक्सिको में कोरोना की नई लहर आई है। इसको तीसरी लहर माना जा रहा है।
मैक्सिको ने फरवरी 2020 के अंत में कोरोना वायरस का अपना पहला मामला दर्ज किया जिससे यहां संक्रमण की पहली लहर की शुरुआत हुई थी। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि मैक्सिकों में दूसरी लहर इस साल की शुरुआत में छुट्टियों के बाद सामने आई थी। मैक्सिको में तीसरी लहर की बात करें तो यहां अधिकारियों को संक्रमण के नए साप्ताहिक मामलों में 22 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिल रही है जबकि मौतों में तुलनात्मक वृद्धि नहीं देखी गई है। लोपेज़ ओब्रेडोर ने कहा कि टीकाकरण के कारण COVID-19 के कारण मृत्यु दर में 80 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। मेक्सिको में अब तक कोरोना संक्रमण के 2,541,873 मामले सामने आए हैं और इस बीमारी से 233,689 मौतों की पुष्टि हुई जो अमेरिका, ब्राजील और भारत के बाद चौथा सबसे बड़ा मौत का आंकड़ा है।
भारत में अगस्त के तीसरे सप्ताह में आ सकती है तीसरी लहर
भारत में कोरोना के नए मामले भले ही कम हो रहे हैं और तीसरी लहर को लेकर विज्ञानी एकमत नहीं हैं लेकिन एसबीआइ का मानना है कि अगस्त के तीसरे सप्ताह के बाद कोरोना संक्रमण के नए मामलों में फिर से ब़़ढोतरी हो सकती है। इसके कम-से-कम एक माह के बाद तीसरी लहर का पीक आएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि गत सात मई को दूसरी लहर का पीक आया था और जुलाई के दूसरे सप्ताह के बाद कोरोना संक्रमण के नए मामलों का स्तर रोजाना 10 हजार तक आ सकता है।