अफगानिस्तान की स्थिति पर सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) एस्टोनिया और नॉर्वे के अनुरोध पर आपात बैठक करेगी. परिषद के राजनयिकों ने रविवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस परिषद के सदस्यों को राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद के ताजा हालात से अवगत कराएंगे.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने शुक्रवार को तालिबान से अफगानिस्तान में तत्काल हमले रोकने का आग्रह किया था. उन्होंने लंबे समय से चले आ रहे गृह युद्ध को खत्म करने के लिए अच्छी नीयत के साथ बातचीत करने की अपील भी की. उन्होंने इन शुरुआती संकेतों पर भी अफसोस जताया था कि तालिबान अपने नियंत्रण वाले इलाकों में विशेष रूप से महिलाओं और पत्रकारों को निशाना बनाकर कठोर पाबंदियां लगा रहा है.संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की अध्यक्षता में अफगानिस्तान पर ये दूसरी बैठक है.
इससे पहले अफगानिस्तान में तेजी से विकसित हो रही स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने रविवार को तालिबान और अन्य सभी पक्षों से जीवन की रक्षा के लिए अत्यंत संयम बरतने का आह्वान किया और ये सुनिश्चित किया कि मानवीय जरूरतों को पूरा किया जा सके. साथ ही कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांतिपूर्ण समाधान में योगदान देने और सभी अफगानों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है.
पिछले 20 सालों से देश की रक्षा के लिए जीवन समर्पित किया- अशरफ गनी
वहीं अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा कि आज उनके सामने एक कठिन चुनाव आया. गनी ने कहा कि मुझे उस सशस्त्र तालिबान का सामना करना चाहिए जो महल में प्रवेश करना चाहता था या प्रिय देश (अफगानिस्तान) को छोड़ना चाहिए, जिसकी रक्षा के लिए मैंने पिछले 20 सालों से अपना जीवन समर्पित कर दिया.
तालिबान ने तलवार और बंदूकों का फैसला जीता- अशरफ गनी
अशरफ गनी ने कहा कि खून बहने वाली बाढ़ से बचने के लिए, मैंने सोचा कि बाहर निकलना सबसे अच्छा है. तालिबान ने तलवार और बंदूकों का फैसला जीता है और अब वो देशवासियों के सम्मान, धन और आत्मसम्मान की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं. तालिबान के लिए जरूरी है कि वो अफगानिस्तान के सभी लोगों, राष्ट्रों, अलग-अलग क्षेत्रों, बहनों और महिलाओं को वैधता और लोगों का दिल जीतने का आश्वासन दे. इसे करने और जनता के साथ शेयर करने के लिए एक स्पष्ट योजना बनाएं. मैं हमेशा बौद्धिक क्षण और विकसित करने की योजना के साथ अपने देश की सेवा करना जारी रखूंगा.