यूक्रेन पर 100 दिनों से अधिक से रूसी आक्रमण जारी है। पिछले कुछ दिनों में रूस ने यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों में हमले तेज कर दिए हैं और अपना फोकस डोनबास और लुहांस्क क्षेत्रों में बढ़ा दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक क्रेमलिन ने इन क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। यूक्रेन ने हाल ही में कहा कि मॉस्को यूक्रेनी क्षेत्र के 20 फीसद हिस्से पर नियंत्रण कर रहा है। इस क्षेत्रों में डोनबास सहित 2014 में क्रीमिया पर किया गया कब्जा शामिल है।
हर दिन मर रहे 100 यूक्रेनी सैनिक बोले जेलेंस्की
रिपोर्ट्स बताती हैं कि अपेक्षित प्रगति से धीमी गति के बावजूद मास्को की सेना प्रगति कर रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने लक्ज़मबर्ग के सांसदों को बताया कि करीब 20 फीसद यूक्रेनी क्षेत्र अब रूसी हाथों में है। रूस द्वारा 24 फरवरी से हमले शुरू करने के बाद से हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोग पलायन करने को मजबूर हुए हैं। जेलेंस्की के मुताबिक युद्ध के मैदान में हर दिन 100 यूक्रेनी सैनिक मर रहे हैं।
रूस से सीधे टकराव नहीं चाहता नाटो
यूक्रेनी सैनिकों ने राजधानी कीव के चारों ओर से रूसी सैनिकों को खदेड़ दिया है और कई इलाकों पर फिर से नियंत्रण कर लिया है जहां रूसी सैनिकों ने कब्जा कर लिया था। लुहांस्क के क्षेत्रीय गवर्नर सर्गेई गेडे ने कहा है कि यूक्रेनी सेना अंत तक लड़ेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वाइट हाउस से बातचीत के बाद नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने चेतावनी देते हुए कहा कि नाटो रूस के साथ सीधे टकराव नहीं चाहता है लेकिन हमें लंबी दौड़ के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
अमेरिका और पश्चिमी देशों ने की है यूक्रेन की मदद
अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों ने रूसी हमले से बचने में मदद करने के लिए यूक्रेन में हथियार और सैन्य आपूर्ति की है। हाल ही में अमेरिका ने कहा है कि वह यूक्रेन को एडवांस हीमर मल्टीपल रॉकेट लॉन्च सिस्टम भेज रहा है। अमेरिका ने करीब 700 मिलियन का पैकेज भेजा है जिसमें हवाई-निगरानी रडार, गोला-बारूद और हेलीकॉप्टर आदि शामिल हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इसे आग में घी डालने का काम बताया है।