एक तरफ भारत पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिश कर रहा है तो दूसरी तरफ नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सत्ता हाथ में आते ही कश्मीर राग अलापने लगे हैं। यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी की बधाई पर प्रतिक्रिया देते हुए भी उन्होंने कश्मीर की बात कर दी। शरीफ ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद कहा और फिर बोले, जो विवाद बचे हैं उनका शांतिपूर्ण समाधान निकलना चाहिए। जम्मू-कश्मीर विवाद को छोड़ा नहीं जा सकता।
बता दें कि सत्ता हाथ में आने से पहले ही वह अपना रंग दिखाने लगे थे। इसके बाद प्रधानमंत्री बनते ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को संदेश देते हुए कहा था कि कश्मीर मुद्दे का समाधान कश्मीरी लोगों की इच्छा के मुताबिक किया जाना चाहिए। उन्होंने अपनी पूर्ववर्ती सरकार को भी कोसते हुए कहा कि जब जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाया गया तो वह कुछ नहीं कर पाई।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी शरीफ को बधाई पत्र भी भेज सकते हैं। इसमें दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने पर जोर भी दिया जा सकता है। हालांकि अभी दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत को लेकर भी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
बता दें कि पाकिस्तान में बड़े सियासी घमासान के बाद शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बन गए हैं। इमरान खान को बीच कार्यकाल में ही इस्तीफा देना पड़ा। इससे पहले इमरान खान ने राष्ट्रपति से सिफारिश करके संसद भंग करवा दी थी। इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया। सुप्रीम कोर्ट ने दोबारा संसद बहाल कर दी। ऐसे में संसद में संख्या कम होने की वजह से इमरान खान को कुर्सी छोड़नी पड़ी।